आज हम बात करेंगे की ट्रेडिंग हमारे जीवन से किस प्रकार जुडी है | आपके घर पर हर सामान उस कंपनी का है जो कही ना कही शेयर मार्किट से जुडी है हर कोई नौकरी करता या खुद का काम वो क्या करता है कम rate पर buy करता है और high rate पर sell करता है ये भी तो ट्रेडिंग है |

फर्क इतना है आप ज़ब शेयर मार्किट मे जाते है आपके पास समय नहीं होता आप सोचते है जल्दी से जल्दी double kaise करे | वही अगर आप अपनी shop open करके बैठेते हो और उसमे लाखो का सामान डालते हो फिर 5-10 हजार की सेल करके दिन का 1-2 हजार कमाते हो तब आप अपने आप को businessman कहते हो || जो सुबह जाता है shutter open करता है और कभी कभी पूरा दिन sell नहीं होती और ऐसे हीं आ जाता है तब आपके अंदर बड़ा धर्य patience आ जाता है ||

आप कहते हो शेयर मार्किट जुआ है जो कंपनी आपसे indirectly जुडी हुई है जिनका सामान आप use करते हो फिर वो कैसे बैठे है मार्किट मे जिनका करोड़ो मे टर्नओवर है जिनका market cap लाखो करोड़ो का है || आप tata की car चलाते हो trucks का use करते हो और भी बहुत सामान use करते हो वो क्यों listed है शेयर मार्किट मे |

आप Havells का AC, WASHING machine, refrigerator, induction use करते हो वो क्यों listed है बाजार मे | बाजार मे हजारों कंपनी है और listed भी है उनके लिए शेयर बाजार सट्टा नहीं तो फिर आपके लिए कैसे हो सकता है क्योंकि जिन्होंने इसे सट्टा बाजार समझा उन्होंने आपके दिमाग़ मे इसे बैठा दिया की बाजार सट्टा है ||

ये वो बाजार है जो all world की economy को दर्शाता है कौन तरक्की कर रहा है कौन loss मे है | जो दिखाता है की inflation चल रहा है या deflation || ये बाजार तब भी था ज़ब ना आप थे ना आप के पूर्वज थे और ज़ब भी रहेगा जब आप नहीं रहोगे || ये सदियों से चला आप रहा है सिर्फ आपके सोचने का फर्क है,|

वैदिक काल मे भी हमारे पूर्वज आपस मे सामानो का exchange करते थे वो भी trade हीं तो था || और आप भी trading हीं करते हो कोई अपना समय किसी को बेचता है और return मे पैसा लेता है कोई अपना shop का सामान बेचता है कम मे buy करके high मे sell करता है ||

शेयर मार्किट कोई इतना complicated नहीं है जितना आप लोगो ने समझा है इसमें technical and fundamental knowledge सिर्फ 20 % चाहिए बाकि 80% आपका दिमाग़ का लॉजिक लगता है |

कोई भी business हो risk उसी के साथ शुरू हो जाता है जिस दिन business मे कदम रखा जाता है | आपने अपनी shop मे 10lakh का Goods purchase किया फिर उस पर अपना margin set किया उसे sell करने मे कितना टाइम लगेगा आपको भी नहीं पता और अगर बाजार मे मंदा आप गया या आपके competitors ने उस सामान को आपसे भी कम rate पर दे दिया तो आपका वो customer भी गया | फिर आपको अपने expenses भी निकलने है savings भी निकालनी है तब आप बड़े धर्यवान बनते है कहते है I am businessman कहा का business है

ये business नहीं है जो आप सोचते है यहां आप पैसो के लिए काम करते है पैसा आपके लिए नहीं | Business वो होता है जिसमे पैसा आपके लिए काम करता है आप पैसो के लिए नहीं || और अगर आपके काम मे उधारी पड़ी है पैसो की तो बात हीं क्या आपसे कोई आपके पैसे देता नहीं और अगर आपको कुछ हो गया तो आपके बच्चो को तो वो मिलने वाले है हीं नहीं || आप सब कुछ दुसरो के लिए छोड़ कर जायँगे अपने परिवार वालों के लिए क्या कुछ नहीं ||

जबकि शेयर मार्किट मे आपका अपने money पर पूरा control है कब buy करना है कब sell करना है कब hold करना है shares को || अपने बच्चे को सीखा सकते है बता सकते है nominee बना सकते है अगर आप इसे भी business की तरह लेते है तब न की जुआरी की तरह ||

इससे बेहतरीन business और रिटर्न्स अगर कोई और बिज़नेस देता हो तो comment अवश्य करे | अपना physical business छोड़ कर आप अपनी family के साथ कही नहीं जय सकते चले भी गए तो आपका मन वही रहेगा पता नहीं staff कैसे काम कर रहा होगा क्या हो रहा होगा ||

Stock market मे आप सब कुछ खुद देख सकते है ना किसी staff की जरूरत ना किसी physicaal office की | अगर जरूरत है तो सही माइंडसेट की ||

Thank you dear

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